
निखिल द्विवेदी ने सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर कही यह बात
नई दिल्ली:
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput Demise) के निधन पर बॉलीवुड से खूब रिएक्शन आ रहे हैं. अब बॉलीवुड में ‘वीरे दी वेडिंग’ और ‘दबंग 3’ जैसी फिल्में प्रोड्यूस करने वाले प्रोड्यूसर निखिल द्विवेदी (Nikhil Dwivedi) ने भी ट्वीट किया है. निखिल द्विवेदी ने अपने ट्वीट के जरिये बॉलीवुड पर निशाना साधा है. निखिल द्विवेदी ने बताया है कि किस तरह फिल्म इंडस्ट्री के लोग कई बार दोहरे मानदंड अपनाते हैं. निखिल द्विवेदी का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और इस पर लोगों के खूब रिएक्शन भी आ रहे हैं.
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At times our movie industry’s hypocrisy gets to me. High &mighty announcing they shud ve kept in touch wth Sushant..
Cmon u didn’t! &thts coz his career dipped. So STFU! R u in touch with Imran Khan, Abhay Deol &others? No!
But u were, whn they were doing well#SushantSinghRajput
— Nikhil Dwivedi (@Nikhil_Dwivedi) June 14, 2020
‘दबंग 3’ के प्रोड्यूसर निखिल द्विवेदी (Nikhil Dwivedi) ने सुशांत सिंह राजपूत सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के निधन पर शोक जताते हुए लिखा था, ‘कई बार हमारी फिल्म इंडस्ट्री का पाखंड सामने आ जाता है. ऊंचे और रसूखदार ऐलान कर रहे हैं कि उन्हें सुशांत के साथ संपर्क में रहना चाहिए था. आप ऐसा नहीं कर सकते. इसी वजह से उनका करियर नीचे गया. क्या आप इमरान खान, अभय देओल या अन्य लोगों के संपर्क में हैं? नहीं! लेकिन उस समय थे जब उनका करियर अच्छा चल रहा था.’ इस पर खूब रिएक्शन आए.
कोई आप्पत्ति नहीं है कि आप सिर्फ चढ़ते सूरज को सलाम करें! शायद सभी करते हैँ. आप्पति इसमें है कि ढलते वक़्त जिस सूरज से आपने रौशनी ली है, आप उसी सूरज से नज़र चुराते हैँ,
और तो और, उसकी खिल्ली भी उड़ाते हैँ.
That hurts! But it hurts fragile people much more than the strong ones. https://t.co/JoX806Yw5O
— Nikhil Dwivedi (@Nikhil_Dwivedi) June 15, 2020
निखिल द्विवेदी (Nikhil Dwivedi) ने आज फिर एक ट्वीट किया और लिखा, ‘कोई आप्पत्ति नहीं है कि आप सिर्फ चढ़ते सूरज को सलाम करें! शायद सभी करते हैं. आपत्ति इसमें हैं कि ढलते वक्त जिस सूरज से आपने रौशनी ली है, आप उसी सूरज से नजर चुराते हैं, और तो और, उसकी खिल्ली भी उड़ाते हैं. इससे चोट पहुंचती है. लेकिन यह भावुक लोगों को मजबूत लोगों की अपेक्षा ज्याादा चोट पहुंचाते हैं.’